Mahilaein Bhool Jatee Hain Apna Dard, Purooshon ko Yaad Rahta hai - महिलाएं भूल जाती हैं अपना दर्द, पुरूषाें काे याद रहता है
Mahilaein Bhool Jatee Hain Apna Dard, Purooshon ko Yaad Rahta hai |
कनाडा की टोरंटो मिसिसॉगा विश्वविद्यालय (यूटीएम) के शोधकर्ताओं के शोध में पता चला है कि महिला व पुरुष पूर्व के कष्टदायी अनुभवों को अलग-अलग तरीके से याद रखते हैं।
पुरुष पूर्व के कष्टदायी अनुभवों स्पष्ट तौर पर याद रखते हैं, जबकि महिलाएं दर्द के प्रति बेपरवाह रवैया अपनाती हैं। इसी तरह के परिणाम नर व मादा चूहों में देखने को मिले।
पुरुष जब दर्द का अनुभव दोबारा करने पर अतिसंवेदनशील रवैया दिखाते हैं, लेकिन महिलाएं अपने दर्द के पूर्व अनुभव से तनाव नहीं लेती हैं।
यूटीएम के सहायक प्रोफेसर लोरेन मार्टिन ने कहा, ''अगर दर्द की याद, दर्द के लिए प्रेरक का कार्य करती है और हम समझते हैं कि दर्द को कैसे याद रखा जाए तो यादाश्त पर क्रियाविधि का इस्तेमाल करके हम कुछ पीड़ितों की मदद करने में समर्थ हो सकते हैं।'
Mahilaein Bhool Jatee Hain Apna Dard, Purooshon ko Yaad Rahta hai - महिलाएं भूल जाती हैं अपना दर्द, पुरूषाें काे याद रहता है
Reviewed by health
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January 15, 2019
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