Khane Ko Lekar Kahein Ap Mein Bhi Nahi Ye Adat - खाने काे लेकर कहीं आप में भी ताे नहीं है ये गंदी आदत
Khane Ko Lekar Kahein Ap Mein Bhi Nahi Ye Adat |
1. मुझे नहीं लगता कि यह इतनी बड़ी समस्या है क्योंकि लगभग सभी लोग ऐसा करते हैं।
अ: सहमत ब: असहमत
2. मैं जानबूझकर ऐसा नहीं करता लेकिन कुछ चीजें नापसंद होने के कारण जूठा छोड़ना पड़ता है।
अ: सहमत ब: असहमत
3. खाना देखकर मेरा मन ललचा जाता है और आखिर में प्लेट में कुछ न कुछ बच जाता है।
अ: सहमत ब: असहमत
4. मेरे परिवार में सफाई को लेकर चिंता तो सब करते हैं, लेकिन शुरुआत करने की पहल कोई नहीं करता।
अ: सहमत ब: असहमत
5. पार्टी, समारोह में खाना खत्म होने का डर रहता है और इसलिए ज्यादा लेना पड़ता है।
अ: सहमत ब: असहमत
6. मेरी प्लेट तो अक्सर साफ रहती है, लेकिन कोई जबर्दस्ती करे तो कभी-कभी जूठा छोड़ना भी पड़ता है।
अ: सहमत ब: असहमत
7. मुझे स्वादिष्ट खाना पसंद है लेकिन कभी बहुत स्वादिष्ट खाने के लालच में जूठा छोड़ना पड़ता है।
अ: सहमत ब: असहमत
8. मुझे नहीं लगता कि जूठा छोड़ने का सेहत से कोई संबंध है, यह तो किसी एक मौके की बात है।
अ: सहमत ब: असहमत
9. मेरा संकल्प है कि आगे से जूठा छोड़ने की आदत पर नियंत्रण रखने की संभव कोशिश होगी।
अ: सहमत
ब: असहमत
स्कोर और एनालिसिस
आप स्वयं का अपमान करते हैं:यदि आप 7 या उससे ज्यादा सवालों से सहमत हैं तो समझ आता है कि आपकी आदतों में जूठा छोडऩे की खराबी है। यह ऐसी आदत है जिसका बुरा प्रभाव न केवल आप पर बल्कि पूरी दुनिया पर पड़ता है। जूठा छोडऩे की आदत को आज और अभी से बदलिए। आप ऐसा नहीं करेंगे तो अच्छे आहार से मिलने वाली अच्छी सेहत भी आपका साथ छोड़ देगी।
आप सम्मान के हकदार हैं:
यदि आप 7 या उससे ज्यादा सवालों से असहमत हैं तो निश्चित तौर पर आप ऐसे इंसान है जिसे समझ है कि भोजन का एक-एक कण महत्वपूर्ण है। आपके संस्कार और गुण अच्छे हैं। इसलिए न तो आप कभी जूठा छोड़ते हैं और न ही दूसरों को ऐसा करने देते हैं। इस तरह आप पूरी दुनिया को सम्मान देते हैं।
Khane Ko Lekar Kahein Ap Mein Bhi Nahi Ye Adat - खाने काे लेकर कहीं आप में भी ताे नहीं है ये गंदी आदत
Reviewed by health
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January 20, 2019
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