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Cardio Exercise Se Jude Methak Aur Sachchayi |
Cardio Exercise Se Jude Methak Aur Sachchayi - सर्दी के दिनों में कार्डियो वर्कआउट या एक्सरसाइज करने के अपने ही फायदे हैं। कार्डियो के कई प्रकार और करने के अलग-अलग तरीके हैं जो फिटनेस या जिम ट्रेनर सिखाते हैं। लेकिन जल्दबाजी में दुबला होने, चर्बी कम करने या एकदम फिट दिखने के चक्कर में कुछ लोग गलत प्रयोग करने लगते हैं और इसी वजह से बनने लगती हैं कई गलत धारणाएं। आइए जानते हैं उनके बारे में।
मिथक : कार्डियो मशीन और आपके द्वारा खर्च की जाने वाली कैलोरी
तथ्य : कैलोरी खर्च होना व्यक्ति की उम्र, उसके कार्य, बॉडी मास इंडेक्स व जेंडर पर निर्भर करता है। अलग-अलग इलाकों के लोगों के लिए भी इसकी दर भिन्न हो सकती है। कई आधुनिक मशीनों में यह सुविधा है कि आपको बॉडी मास इंडेक्स और अपना आदर्श वजन पता चल सके।
तथ्य : कैलोरी खर्च होना व्यक्ति की उम्र, उसके कार्य, बॉडी मास इंडेक्स व जेंडर पर निर्भर करता है। अलग-अलग इलाकों के लोगों के लिए भी इसकी दर भिन्न हो सकती है। कई आधुनिक मशीनों में यह सुविधा है कि आपको बॉडी मास इंडेक्स और अपना आदर्श वजन पता चल सके।
मिथक : कार्डियो मशीन का हार्ट रेट मॉनिटर बताता है कि आप कितनी कड़ी मेहनत करते हैं ?
तथ्य: कार्डियो मशीन का हार्ट रेट मॉनिटर आपके द्वारा की जाने वाली एक्सरसाइज के अनुसार रीडिंग देता है। मशीन पर निर्भर रहने की बजाय हमारा शरीर इसके बारे में अच्छी तरह बताता है। मेहनत की तीव्रता को समझने का सीधा सा तरीका यह है कि वर्कआउट करने के बाद आप एक पूरा वाक्य, कुछ वाक्यांश या महज
तथ्य: कार्डियो मशीन का हार्ट रेट मॉनिटर आपके द्वारा की जाने वाली एक्सरसाइज के अनुसार रीडिंग देता है। मशीन पर निर्भर रहने की बजाय हमारा शरीर इसके बारे में अच्छी तरह बताता है। मेहनत की तीव्रता को समझने का सीधा सा तरीका यह है कि वर्कआउट करने के बाद आप एक पूरा वाक्य, कुछ वाक्यांश या महज
कुछ शब्द बोल पाते हैं या नहीं।
मिथक : आपकी सेहत की समस्या का प्रारंभ और समापन आपके वजन से होता है ?
तथ्य: फिटनेस के लेवल के साथ वजन का बहुत कम लेना-देना है। शरीर में चर्बी के वजन की तुलना में मांसपेशियों का भार ज्यादा होता है तो कुछ हफ्ते जमकर पसीना बहाने के बाद आपको वजन में कमी लग सकती है। आपका वजन कितना कम हुआ है, इसका अंदाजा आप अपने कपड़ों से लगा सकते हैं।
तथ्य: फिटनेस के लेवल के साथ वजन का बहुत कम लेना-देना है। शरीर में चर्बी के वजन की तुलना में मांसपेशियों का भार ज्यादा होता है तो कुछ हफ्ते जमकर पसीना बहाने के बाद आपको वजन में कमी लग सकती है। आपका वजन कितना कम हुआ है, इसका अंदाजा आप अपने कपड़ों से लगा सकते हैं।
मिथक : कम तीव्रता की एक्सरसाइज से ज्यादा चर्बी जलती है ?
तथ्य: आप जितनी तेजी या तीव्रता के साथ एक्सरसाइज करते हैं, आप उतना ज्यादा कार्बोहाइड्रेट खर्च करते हैं। हालांकि आप चर्बी कम जलाते हैं और कैलोरी ज्यादा खर्च करते हैं। एक बार कार्बोहाइड्रेट खत्म होने के बाद ही आपका शरीर चर्बी या फैट्स खर्च करना प्रारंभ करता है।
तथ्य: आप जितनी तेजी या तीव्रता के साथ एक्सरसाइज करते हैं, आप उतना ज्यादा कार्बोहाइड्रेट खर्च करते हैं। हालांकि आप चर्बी कम जलाते हैं और कैलोरी ज्यादा खर्च करते हैं। एक बार कार्बोहाइड्रेट खत्म होने के बाद ही आपका शरीर चर्बी या फैट्स खर्च करना प्रारंभ करता है।
मिथक : वर्कआउट यानी भरपूर व्यायाम के बाद प्रोटीन शेक पीना चाहिए ?
तथ्य: प्रोटीन से भरे पेय आपके लिए किसी इमरजेंसी में उपयुक्त हो सकते हैं लेकिन ऐसे प्रोसेस्ड उत्पाद का नियमित उपयोग ठीक नहीं है। इसके लिए आप प्राकृतिक प्रोटीन का सहारा लें तो कम दुष्प्रभाव के साथ बेहतर परिणाम मिलते हैं।
तथ्य: प्रोटीन से भरे पेय आपके लिए किसी इमरजेंसी में उपयुक्त हो सकते हैं लेकिन ऐसे प्रोसेस्ड उत्पाद का नियमित उपयोग ठीक नहीं है। इसके लिए आप प्राकृतिक प्रोटीन का सहारा लें तो कम दुष्प्रभाव के साथ बेहतर परिणाम मिलते हैं।
मिथक : वजन कम करने के लिए कार्डियो एक्सरसाइज एकमात्र बढिय़ा विकल्प है ?
तथ्य: वास्तव में कार्डियो एक्सरसाइज को मिली शोहरत के पीछे इसे वजन से जोड़कर देखे जाने की वजह प्रमुख है। कार्डियो वर्कआउट के पीछे एक्सपर्ट कहते हैं कि 10 से 25 मिनट की एक्सरसाइज दिल की सेहत और सहनशीलता बढ़ाने के लिए उपयुक्त है लेकिन चर्बी जलाने के मकसद पर उतनी खरी नहीं है।
तथ्य: वास्तव में कार्डियो एक्सरसाइज को मिली शोहरत के पीछे इसे वजन से जोड़कर देखे जाने की वजह प्रमुख है। कार्डियो वर्कआउट के पीछे एक्सपर्ट कहते हैं कि 10 से 25 मिनट की एक्सरसाइज दिल की सेहत और सहनशीलता बढ़ाने के लिए उपयुक्त है लेकिन चर्बी जलाने के मकसद पर उतनी खरी नहीं है।
मिथक : चर्बी जलाने के लिए सुबह खाली पेट कार्डियो एक्सरसाइज करनी चाहिए ?
तथ्य: यह बड़ा मिथक है लेकिन एकदम खाली पेट कार्डियो करने से नुकसान भी हो सकता है क्योंकि सुबह के समय पेट खाली होने से हमारा मेटाबॉलिज्म सबसे कम होता है। यदि आप अच्छी और पर्याप्त कार्डियो एक्सरसाइज करना चाहते हैं तो संतुलित नाश्ता कर सकते हैं।
अक्सर लोग जिमिंग करने के साथ-साथ डाइट कंट्रोल पर ध्यान नहीं देते। नतीजन उनके वजन में एक से दो माह में भी कोई फर्क नजर नहीं आता। जरूरी है कि आप अपने ट्रेनर द्वारा बताए गए व्यायाम और डाइट चार्ट का पूरी तरह से पालन करें। साथ ही अगर आपको किसी प्रकार का रोग है तो कोई भी व्यायाम व डाइट कंट्रोल करने से पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लें।
Cardio Exercise Se Jude Methak Aur Sachchayi - कार्डियो एक्सरसाइज से जुड़े मिथक और सच्चाई
Reviewed by health
on
January 30, 2019
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