टेंपरेरी टैटू से भी त्वचा को होता है नुकसान, जानें कैसे/Tempereree taitoo se bhee twacha ko hota hai nukasaan, jaanen kaise
Tempereree taitoo se bhee twacha ko hota hai nukasaan, jaanen kaise
भले ही दर्द और परमानेंट डिजाइन से बचने के लिए लोग टेंपरेरी टैटू का सहारा लेते हों लेकिन इससे त्वचा पर एलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं। इसी तरह डाई बेस्ड हिना भी त्वचा के लिए नुकसानदायी हो सकती है। इन टैटूज में इस्तेमाल होने वाले डाई और सिंथेटिक रंगों से स्किन पर रैशेज, फफोले, धब्बे, त्वचा के रंग में बदलाव व धूप में जाने पर सेंसटिविटी बढ़ सकती है। ये सिंथेटिक रंगों त्वचा को कई तरह से नुकसान पहुंचाते हैं।
दुष्प्रभाव : विशेषज्ञों के अनुसार इन टैटूज का त्वचा पर दुष्प्रभाव फौरन या 1-2 हफ्ते में दिखने लगता है। कई बार इन टैटूज का असर बाद में भी दिखाई देता है।
डॉक्टरी राय -
टेंपरेरी टैटू को बनाने के लिए नीला, लाल और हरा रंग ज्यादा प्रयोग किया जाता है। कई बार हरा व लाल रंग बिना सर्जरी के साफ नहीं होता और सर्जरी के बाद भी सफेद निशान रहता है। टैटू बनवाने से हैपटाइटिस बी और एड्स जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं इसलिए टैटू बनवाने हो सकें तो बचें।
टेंपरेरी टैटू को बनाने के लिए नीला, लाल और हरा रंग ज्यादा प्रयोग किया जाता है। कई बार हरा व लाल रंग बिना सर्जरी के साफ नहीं होता और सर्जरी के बाद भी सफेद निशान रहता है। टैटू बनवाने से हैपटाइटिस बी और एड्स जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं इसलिए टैटू बनवाने हो सकें तो बचें।
टेंपरेरी टैटू से भी त्वचा को होता है नुकसान, जानें कैसे/Tempereree taitoo se bhee twacha ko hota hai nukasaan, jaanen kaise
Reviewed by health
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December 29, 2018
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