Pathri nikalne ke gharelu nuskhe jane iske bare
आयुर्वेद में कुल्थी की दाल को गुर्दे और मूत्राशय की पथरी के इलाज के लिए बेहतरीन औषधि माना गया है। इसे खाने से पथरी छोटे-छोटे कणों में टूट कर पेशाब के रास्ते निकल जाती है और दोबारा होने की आशंका भी कम हो जाती है। यह मोटापे, पुरानी खांसी व जुकाम में भी फायदेमंद होती है।
ऐसे करें प्रयोग : 20 ग्राम कुल्थी की दाल लेकर 400 ग्राम पानी में भिगो दें, दो घंटे बाद पकाएं। जब यह पानी 100 ग्राम रह जाए तो छानकर 50-50 ग्राम की मात्रा में सुबह शाम 15-20 दिनों तक लगातार लें, इससे पथरी छोटे-छोटे कणों के रूप में टूटकर पेशाब के रास्ते निकल जाती है।
सावधानियां -
पथरी में चीजें भी होती हैं फायदेमंद - पथरी के रोगी को खीरा, तरबूज, गोखरू पाउडर, मूली, चौलाई का साग, बथुआ, मूंग की दाल और खरबूजे के बीज खाने चाहिए।
पथरी में चीजें भी होती हैं फायदेमंद - पथरी के रोगी को खीरा, तरबूज, गोखरू पाउडर, मूली, चौलाई का साग, बथुआ, मूंग की दाल और खरबूजे के बीज खाने चाहिए।
पथरी में ज्यादा पानी पीएं, पेशाब को ज्यादा देर रोककर न रखें।
पत्थरचट्टा के 3-4 पत्ते दिन में दो बार चबाने से भी पथरी में फायदा होता है।
पत्थरचट्टा के 3-4 पत्ते दिन में दो बार चबाने से भी पथरी में फायदा होता है।
पथरी निकालने के घरेलू नुस्खे जाने इसके बारे Pathri nikalne ke gharelu nuskhe jane iske bare
Reviewed by health
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December 01, 2018
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