Khane mein kare parhej nahin hogi esidity
हाइपर एसिडिटी की समस्या सही जीवनशैली को न अपनाने और गलत खानपान की वजह से होती है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
वजह : तली हुई, मसालेदार, नमक या खटाई युक्त चीजें, अचार, कोल्डड्रिंक, शराब, तंबाकू का सेवन, कम भोजन या असमय भोजन, व्यायाम या शारीरिक श्रम न करना एसिडिटी की प्रमुख वजह हैं।
ये खाएं : यह परेशानी होने पर भोजन में जौ, गेहूं, लौकी, कद्दू, परवल, सफेद पेठा, पके केले, पपीता, आंवला, अनार, गाय का घी और दूध, शहद, चीनी आदि लें। पर्याप्त नींद लें और काम करने के बीच में थोड़ा-थोड़ा आराम करें। बेवजह क्रोध व चिंता न करें और तनाव कम करने के लिए योगा करें।
उपाय : एसिडिटी होने पर दिन में चार बार थोड़ा-थोड़ा भोजन करें और खाने के बाद थोड़ी देर तक धीरे-धीरे टहलें। नियमित रूप से हल्का व्यायाम करें। मानसिक तनाव कम करने के लिए ध्यान, भ्रामरी प्राणायाम और योगासनों में पवनमुक्तासन, शवासन, भुजंगासन, वज्रासन, नौकासन, सूर्य नमस्कार व सिद्धासन करें।
औषधियां : पित्तशेखर रस, अल्सरेक्स, अम्लपित्तांतक योग, शुक्तीन, एसीडीनॉल आदि भी इस समस्या के उपचार में उपयोगी है। लेकिन इन औषधियों को वैद्य की सलाह से ही लें।
खाने में करे परहेज नहीं होगी एसिडिटी Khane mein kare parhej nahin hogi esidity
Reviewed by health
on
December 08, 2018
Rating:
No comments:
Post a Comment