Fitness samachar - दर्द की नहीं, चाेट ठीक हाेने की प्रोसेस है इन्फ्लेमेशन(Dard ki nahin, chaot thik hone kee proses hai inflemeshan)

Dard ki nahin, chaot thik hone kee proses hai inflemeshan
हम अक्सर दर्द भरे घुटनों या जली हुई स्किन के आसपास फैली लालिमा, सूजन व दर्द को इन्फ्लेमेशन समझते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। जब शरीर किसी भी बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचने के लिए प्रतिक्रिया करता है तो इसे इन्फ्लेमेशन कहते हैं।
घाव भरता है :
चोट लगने पर इम्यून सिस्टम क्षति को कंट्रोल करने के लिए तेजी से कई प्रक्रियाएं शुरू करता है, इसे एक्यूट (शॉर्ट टर्म) इन्फ्लेमेशन कहते हैं। सबसे पहले चोटिल हिस्से की ओर रक्त प्रवाह बढ़ता है, इससे वाइट ब्लड सेल्स बैक्टीरिया को नष्ट कर संक्रमण होने से रोकते हैं। इस तरह इन्फ्लेम्ड स्किन गर्म महसूस होती है क्योंकि हीलिंग प्रक्रिया तेज हो जाती है।
ऐसे होगी सुरक्षा
उम्र बढ़ने के साथ शरीर में इन्फ्लेमेटरी डिसऑर्डर होने की आशंका बढ़ जाती है। इसके लिए शुरू से ही सही जीवनशैली अपनाएं। ओमेगा-3 फैटी एसिड, अदरक, हल्दी, काली मिर्च जैसे मसालों का प्रयोग करें। नशा ना करें और वजन कंट्रोल में रखने के लिए नियमित व्यायाम करें।
Fitness samachar - दर्द की नहीं, चाेट ठीक हाेने की प्रोसेस है इन्फ्लेमेशन(Dard ki nahin, chaot thik hone kee proses hai inflemeshan)
Reviewed by health
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December 30, 2018
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