Face Reflexology se janie sehat ke bare mein
करीब ढाई हजार साल पहले चीन में खोजी गई पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में से एक है चेहरा देखकर रोग की पहचान और इलाज करने की पद्धति। आधुनिक विज्ञान में इसे 'फेस रिफ्लेक्सोलॉजी' कहा जाता है। चीनी विशेषज्ञों के अनुसार शरीर में यिन और यॉन्ग नामक दो ऊर्जाएं होती हैं और कुछ विशेष बिंदुओं के माध्यम से इन पर नियंत्रण रखा जा सकता है। चीनी सम्राट हुआंग जिंग ने इन बिंदुओं को शरीर के 'जादुई दरवाजों' का नाम दिया था। शरीर में ऐसी खास 14 मेरीडियन(लंबी) रेखाएं होती हैं जिनमें जीवन ऊर्जा 'ची' लगातार बहती है। ये सभी मेरीडियन और 365 एक्यूपंक्चर पॉइंट आपस में मिलकर एक घेरा बनाते हैं जो शरीर के आवश्यक अंगों-हृदय, फेफड़ों, लिवर और किडनी को आपस में जोड़ते हैं। इन सभी अंगों की जादुई खिड़कियां चेहरे पर 14 विशेष जोन के माध्यम से खुलती हैं।ये 14 हिस्से ऐसे होते हैं जिनमें यदि आकार, रंग, कार्य आदि में किसी भी तरह का परिवर्तन होता है तो इसका अर्थ होता है कि शरीर के किसी आंतरिक भाग में कोई गड़बड़ है और उसका इलाज होना जरूरी है।
जोन 1 व 3 : पाचन तंत्र
चेहरे के सबसे ऊपर के इन दो जोन को हमारे पाचन तंत्र से जुड़ा माना है। इस हिस्से को हम माथा कहते हैं। यदि शरीर में बहुत ज्यादा फैट जमा है तो इन दो हिस्सों पर चकत्ते, धब्बे, फुंसियां होने लगती हैं।
ये करें: डाइट में एंटीऑक्सीडेंट वाली चीजें जैसे फल, हरी सब्जियां, ग्रीन टी आदि शामिल करें।
जोन 2 : लिवर
नाक के ऊपर भौंहों के बीच के हिस्से में दाग-धब्बे लिवर में गड़बड़ी का संकेत है। इसका कारण शराब, डेयरी उत्पाद या खाने की एलर्जी संभव।
ये करें: अपने संकेतों की पुष्टि और सही इलाज के लिए डॉक्टरी सलाह लें।
जोन 7 : हृदय
नाक के ठीक ऊपर का यह हिस्सा हृदय का प्रतिबिंब है। इस पर धब्बे, फुंसियां आदि दिखाई दें तो समझिए कि ब्लड प्रेशर से जुड़ी समस्या हो सकती है।
क्या करें: इस हिस्से के रोमछिद्रों की नियमित सफाई करें। सिरदर्द, थकान, बेचैनी, चक्कर जैसी समस्याएं हों, तो डॉक्टरी सलाह से बीपी चेक कराएं।
जोन 4, 6, 8 और 10 : किडनी
कान और आंखों के आसपास के ये जोन शरीर में पानी की कमी को काले घेरों के रूप में दर्शाते हैं। जब भी आंखों के नीचे काले घेरे होने लगें तो समझ लें कि आप उतना पानी नहीं पी रहे जितनी शरीर को जरूरत है।
ये करें: चाय, कॉफी और नमक का सेवन कम करें। शराब-सिगरेट ना पीएं। पर्याप्त नींद लें।
जोन 5 और 9 : श्वसन तंत्र
गाल पर फुंसियां, मुहांसे या धब्बे हो तो समझ लें कि आपको फेफड़ों का ध्यान रखने की जरूरत है।
क्या करें: धूम्रपान ना करें व धूल, धुएं से बचें। ये धब्बे खराब कॉस्मेटिक से भी हो सकते हैं, इसलिए अच्छी गुणवत्ता के उत्पाद इस्तेमाल करें, फिर भी आराम न हो तो विशेषज्ञ को दिखाएं।
जोन 11 और 13 : हार्मोंस
होंठ के दाएं-बाएं वाला क्षेत्र शरीर के हार्मोन को बताता है। महिलाओं में विशेष बदलाव देखने को मिलते हैं तो समझ लेना चाहिए कि उनमें हार्मोन असंतुलन की स्थिति है।
ये करें: डॉक्टर की सलाह से हार्मोन लेवल चेक कराएं। संतुलित आहार लें और व्यायाम करें।
जोन 12 : आमाशय या पेट
यह जोन ठोढ़ी पर होता है। और खाने के कारण पेट में गड़बड़ी को बताता है। इस पर कम बदलाव देखने को मिलते हैं लेकिन जब होते हैं तो काफी लम्बे समय तक बने रहते हैं।
ये करें: फाइबर युक्त आहार जैसे पत्तागोभी, ब्रोकली और मशरुम खाएं।
जोन 14 : शरीर का रक्षा कवच
चेहरे पर यह अंतिम मेरीडियन जोन का केंद्र गर्दन से जुड़ाव वाले हिस्से पर होता है और यह बताता है कि शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कैसी है। शरीर पर किसी तरह के रोगाणुओं का हमला हुआ है तो इस हिस्से में बदलाव होते हैं। ऐसे में डॉक्टरी सलाह लें।
करीब ढाई हजार साल पहले चीन में खोजी गई पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में से एक है चेहरा देखकर रोग की पहचान और इलाज करने की पद्धति। आधुनिक विज्ञान में इसे 'फेस रिफ्लेक्सोलॉजी' कहा जाता है। चीनी विशेषज्ञों के अनुसार शरीर में यिन और यॉन्ग नामक दो ऊर्जाएं होती हैं और कुछ विशेष बिंदुओं के माध्यम से इन पर नियंत्रण रखा जा सकता है। चीनी सम्राट हुआंग जिंग ने इन बिंदुओं को शरीर के 'जादुई दरवाजों' का नाम दिया था। शरीर में ऐसी खास 14 मेरीडियन(लंबी) रेखाएं होती हैं जिनमें जीवन ऊर्जा 'ची' लगातार बहती है। ये सभी मेरीडियन और 365 एक्यूपंक्चर पॉइंट आपस में मिलकर एक घेरा बनाते हैं जो शरीर के आवश्यक अंगों-हृदय, फेफड़ों, लिवर और किडनी को आपस में जोड़ते हैं। इन सभी अंगों की जादुई खिड़कियां चेहरे पर 14 विशेष जोन के माध्यम से खुलती हैं।ये 14 हिस्से ऐसे होते हैं जिनमें यदि आकार, रंग, कार्य आदि में किसी भी तरह का परिवर्तन होता है तो इसका अर्थ होता है कि शरीर के किसी आंतरिक भाग में कोई गड़बड़ है और उसका इलाज होना जरूरी है।
जोन 1 व 3 : पाचन तंत्र
चेहरे के सबसे ऊपर के इन दो जोन को हमारे पाचन तंत्र से जुड़ा माना है। इस हिस्से को हम माथा कहते हैं। यदि शरीर में बहुत ज्यादा फैट जमा है तो इन दो हिस्सों पर चकत्ते, धब्बे, फुंसियां होने लगती हैं।
ये करें: डाइट में एंटीऑक्सीडेंट वाली चीजें जैसे फल, हरी सब्जियां, ग्रीन टी आदि शामिल करें।
जोन 2 : लिवर
नाक के ऊपर भौंहों के बीच के हिस्से में दाग-धब्बे लिवर में गड़बड़ी का संकेत है। इसका कारण शराब, डेयरी उत्पाद या खाने की एलर्जी संभव।
ये करें: अपने संकेतों की पुष्टि और सही इलाज के लिए डॉक्टरी सलाह लें।
जोन 7 : हृदय
नाक के ठीक ऊपर का यह हिस्सा हृदय का प्रतिबिंब है। इस पर धब्बे, फुंसियां आदि दिखाई दें तो समझिए कि ब्लड प्रेशर से जुड़ी समस्या हो सकती है।
क्या करें: इस हिस्से के रोमछिद्रों की नियमित सफाई करें। सिरदर्द, थकान, बेचैनी, चक्कर जैसी समस्याएं हों, तो डॉक्टरी सलाह से बीपी चेक कराएं।
जोन 4, 6, 8 और 10 : किडनी
कान और आंखों के आसपास के ये जोन शरीर में पानी की कमी को काले घेरों के रूप में दर्शाते हैं। जब भी आंखों के नीचे काले घेरे होने लगें तो समझ लें कि आप उतना पानी नहीं पी रहे जितनी शरीर को जरूरत है।
ये करें: चाय, कॉफी और नमक का सेवन कम करें। शराब-सिगरेट ना पीएं। पर्याप्त नींद लें।
जोन 5 और 9 : श्वसन तंत्र
गाल पर फुंसियां, मुहांसे या धब्बे हो तो समझ लें कि आपको फेफड़ों का ध्यान रखने की जरूरत है।
क्या करें: धूम्रपान ना करें व धूल, धुएं से बचें। ये धब्बे खराब कॉस्मेटिक से भी हो सकते हैं, इसलिए अच्छी गुणवत्ता के उत्पाद इस्तेमाल करें, फिर भी आराम न हो तो विशेषज्ञ को दिखाएं।
जोन 11 और 13 : हार्मोंस
होंठ के दाएं-बाएं वाला क्षेत्र शरीर के हार्मोन को बताता है। महिलाओं में विशेष बदलाव देखने को मिलते हैं तो समझ लेना चाहिए कि उनमें हार्मोन असंतुलन की स्थिति है।
ये करें: डॉक्टर की सलाह से हार्मोन लेवल चेक कराएं। संतुलित आहार लें और व्यायाम करें।
जोन 12 : आमाशय या पेट
यह जोन ठोढ़ी पर होता है। और खाने के कारण पेट में गड़बड़ी को बताता है। इस पर कम बदलाव देखने को मिलते हैं लेकिन जब होते हैं तो काफी लम्बे समय तक बने रहते हैं।
ये करें: फाइबर युक्त आहार जैसे पत्तागोभी, ब्रोकली और मशरुम खाएं।
जोन 14 : शरीर का रक्षा कवच
चेहरे पर यह अंतिम मेरीडियन जोन का केंद्र गर्दन से जुड़ाव वाले हिस्से पर होता है और यह बताता है कि शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कैसी है। शरीर पर किसी तरह के रोगाणुओं का हमला हुआ है तो इस हिस्से में बदलाव होते हैं। ऐसे में डॉक्टरी सलाह लें।
फेस रिफ्लेक्सोलॉजी से जानिए सेहत के बारे में Face Reflexology se janie sehat ke bare mein
Reviewed by health
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November 30, 2018
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